गाजियाबाद में सिहानी गेट थाना क्षेत्र के नूरनगर सिहानी में रहने वाले होटल संचालक ने अपने बेटे और बेटी को जहरीला पदार्थ खिलाकर खुद भी फंदा लगा कर ली खुदखुशी। दरअसल सुंदरपाल ने रसमलाई में जहर मिला कर अपने दोनों बच्चो को खिला दिया और फिर खुद भी फांसी लगा कर जान दे दी। जब उसकी पत्नी सुबह 3 बजे उठी तो दूसरे कमरे की लाइट जल रही थी। लाइट जलता देख जब वो कमरे के अंदर गई तो देखा की सुंदरपाल फंदे से लटका हुआ था , और बच्चे तुषार और माही का शव जमीन पर पड़ा हुआ था। साथ ही वहा पर एक सुसाइड नोट पड़ा था। जिसमे सुंदरपाल ने अपने मौत की वजह लिखी थी।
दरअसल आत्महत्या करने से पहले सुंदरपाल ने एक सुसाइड नोट लिखा था। इसमें उन्होंने अपने मरने के लिए किसी को भी ज़िम्मेदार नहीं बताया है। लेकिन उन्होंने लिखा है की अगर लोन पास नहीं हुआ तो आज मेरी आखिरी रात होगी। सुंदरपाल लोन कराने वाले एजेंट के झूठ बोलने से भी आहत थे। लेकिन बच्चों की हत्या क्यों की इसके बारे में कुछ भी नहीं लिखा था। आपको बता दें कि सुंदरपाल मनाली में कांट्रेक्ट पर होटल चलाते थे। दो महीने पहले वह बर्फ अधिक पड़ने की वजह से घर आ गए थे। व्यापार सही न चलने के कारण वे अवसाद से ग्रस्त था,और पिछले दो महीने से वह डायरी के पन्नों पर कुछ न कुछ लिखता रहता था। उन्होंने छह मार्च से लिखना शुरू किया था।
उन्होंने छह मार्च को लिखा था कि लोन कराने वाले एजेंट को फोन किया तो उसने बताया कि 6.90 लाख रुपये का लोन पास हो गया है, और आपके खाते में सात मार्च को रुपया पहुंच जाएगा। जब सात मार्च को फोन करने पर बोला आठ मार्च को आ जाएगा और फोन काट दिया। जब आठ मार्च को फोन किया तो बोला की सोमवार तक आ जाएगा। मैंने फोन कर कहा कि सोमवार के बाद मै इंतजार नहीं कर सकूंगा। सुसाइड नोट में 11 मार्च को लिखा है कि एजेंट को फिर से कॉल किया।तो एजेंट ने जबाव दिया कि सुंदरपाल 12 से एक बजे के बीच में आपका चेप्टर ही बंद कर दूंगा। तभी से उसका फोन बंद जा रहा है। बता दें कि 12 मार्च तड़के कमरे में कूंदे पर सुंदरपाल का शव लटका मिला था। पुलिस ने सुसाइड नोट को कब्जे में ले लिया है। विभिन्न बिंदुओं पर पुलिस जांच में जुटी है।