इस समय पूरा भारत चुनाव की दहलीज पर खड़ा है और हर एक पार्टी जोर शोर से अपने चुनाव प्रचार में लगी हुई है। पिछले 10 सालों पर अगर नजर डाली जाए तो सोशल मीडिया इस दौरान चुनाव प्रचार का सबसे बड़ा हथियार रहा है जिसने किसी भी पार्टी की और जनता का रुख मोड़ने में अहम भूमिका निभाई है। पिछले लोकसभा चुनाव की बात की जाए तो उस समय बीजेपी ने अपनी मुख्य विपक्षी कांग्रेस पर सोशल मीडिया में एक बहुत बड़ी बढ़त बनायी थी और जिसका उसे तब फायदा भी मिला था। यही कारण है कि साल 2019 के इन लोकसभा चुनावों में कांग्रेस बीजेपी से पीछे नहीं रहना चाहती थी और पिछले 2-3 सालों से जमकर सोशल मीडिया पर चुनाव प्रचार में लगी हुई थी।
इस कड़ी में फेसबुक ने मंगलवार को बताया कि लोकसभा चुनाव के चलते कांग्रेस की आईटी सेल से जुड़े 687 पेज और अकाउंट हटा दिया गया है। फेसबुक के मुताबिक, इन अकाउंट्स और पेजों पर फेक न्यूज या कंटेंट के चलते नहीं बल्कि अप्रामाणिक व्यवहार के चलते कार्रवाई की गई है। फेसबुक पिछले कुछ समय से अपने प्लेटफॉर्म पर लगातार स्पैम अकाउंट को हटा रहा है। फेसबुक ने कहा है कि इन अकाउंट को कंटेंट या फिर फेक न्यूज के आधार पर नहीं हटाया गया है बल्कि इन्हें गलत आचरण और स्पैम पुश करने के लिए हटाया गया है। फेसबुक की सायबर सिक्योरिटी पॉलिसी हेड नैथनिएल ग्लिैशर ने पत्रकारों को बताया कि फेसबुक ने 687 अकाउंट और पेज को डिलीट किया है। उन्होंने कहा कि इनमें से ज्यादातर अकाउंट फेसबुक के ऑटोमैटेड सिस्टम ने पहचाने थे. उन्होंने कहा कि ये अकाउंट कांग्रेस की आईटी सेल से जुड़े लोगों के थे।
फेसबुक के मुताबिक, उसकी जांच में यह पता चला कि लोगों ने फर्जी खातों का इस्तेमाल किया और अपने कंटेंट को फैलाने और अपनी पोस्ट पर इंटरेक्शन हासिल करने के लिए कई ग्रुपों को शामिल किया। इन पोस्टों में स्थानीय खबरें भी शामिल हैं,यही नहीं इन पोस्टों के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भारतीय जनता पार्टी जैसे राजनीतिक विरोधियों की आलोचना की गई है। कांग्रेस ने इस मामले में फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की है। बता दें कि फेसबुक इस तरह का कदम उठाकर यह सुनिश्चित कर रहा है कि लोकसभा चुनाव 2019 में इसके प्लेटफॉर्म का गलत इस्तेमाल नहीं किया जायेगा। भारत सरकार ने भी चुनाव में किसी प्रकार का हस्तक्षेप ना हो, इसके लिए कुछ दिनों पहले फेसबुक को चेतावनी दी थी।