हाल में रिलीज हुई वेब सीरीज ‘तांडव’ में देवी-देवताओं के कथित अपमान पर देवभूमि में भी आक्रोश देखने को मिल रहा है। राज्य में दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों भाजपा और कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर किसी को भी धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है।
उनका कहना है कि ऐसी सीरीज पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही इसके निर्माताओं पर कार्रवाई की जानी चाहिए। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि इस वेब सीरीज में क्या दिखाया गया है, उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। अगर इसमें इसमें देवी-देवताओं का अपमान किया गया है तो यह बेहद गलत बात है। किसी भी मजहब के देवी-देवताओं का अपमान ठीक नहीं है। ऐसी सीरीज अथवा सामग्री पर तुंरत रोक लगनी चाहिए, जिससे किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचती हो।
वही सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर जनभावनाओं से खिलवाड़ करने का किसी को अधिकार नहीं है।
दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि यदि वेब सीरीज में देवी-देवताओं के बारे में कोई आपत्तिजनक बात कही गई अथवा दशाई गई है तो यह उचित नहीं है। धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने का किसी को हक नहीं है।