उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा सांसद रमेश पोखरियाल निशंक की सुपुत्री आरुषि पोखरियाल निशंक को अंतरराष्ट्रीय पत्रिका “फोब्स मिडिल ईस्ट” में उनकी विशिष्ट उपलब्धियों के लिए स्थान मिला है। आरुषि निशंक को यह सम्मान पत्रिका में महिला सशक्तीकरण एवं समाजसेवा के क्षेत्र में उनके द्वारा किये गये कार्यों के लिए मिला है।
उत्तराखंड के इतिहास मे यह पहला मौका है,जब उत्तराखंड की किसी शख्शियत को फोब्स पत्रिका मे स्थान मिला हो। फोब्स पत्रिका के ‘गर्ल्स पवार’ अंक में आरुषि की ओर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किये गए इंटरनेशनल वूमेन प्रोग्राम (आईडब्ल्यूईपी) की सराहना की गई है। इस कार्यक्रम की सोच को महिला सशक्तिकरण और महिला उत्थान में महत्वपूर्ण एवं निर्णायक बताया गया है।
पत्रिका ने इन्टरनेशनल वूमैन प्रोग्राम (आईडब्ल्यूईपी) की प्रशन्सा करते हुए लिखा है कि आरुषि निशंक ने ऐसे आयोजन को समाज में लाने के लिए महत्वपूर्ण एवं अच्छी पहल की है। जानकारी के लिए आपको बता दें आरुषि निशंक कत्थक नृत्यांगना एवं फ़िल्म निर्मात्री हैं। वह सुप्रसिद्ध कत्थक गुरु बिरजू महाराज की शिष्या हैं। आरुषि ने कई देशों में अपनी कला की प्रस्तुति दे चुकी हैं। पिछले कई सालों से आरुषि महिलाओं के उत्थान, सशक्तिकरण एवं सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय हैं।
वर्तमान मे आरुषी पोखरियाल निशंक केन्द्र सरकार की ‘नमामि गंगे’ की प्रमोटर के साथ-साथ पवित्र गंगा एवं सहायक नदियों के लिए समर्पित ‘स्पर्श गंगा अभियान’ की संयोजक भी हैं। आरुषि निशंक को अपने सामाजिक कार्यों के लिए उत्तराखंड प्राइड, यूथ आइकॉन ऑफ द ईयर (दुबई), बीईंग वूमेन स्वयंसिद्ध राष्ट्रीय सम्मान, उत्तराखंड गौरव सम्मान व मोस्ट आइकनिक पर्सनैलिटी अवार्ड (दुबई) आदि पुरस्कारों से भी नवाजा जा चुका हैं।
आरुषि एक अच्छी फिल्म निर्माता भी है, हाल ही मे उन्होंने गढ़वाली फ़िल्म मेजर निराला बनाई, जो उन्होंने अपने पिता डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक के उपन्यास पर बनाई। यह फ़िल्म दिल्ली सहित उत्तराखंड के कई जिलों मे रिलीज हुई और इसकी काफी प्रसंशा भी हुई।