अगर आपको अभी तक तीन तलाक के मामले को तो सुना है पर अगर इशरत जहां का नाम नि सुना है तो हम आपको बता देते हैं। इशरत जहाँ उत्तराखंड के काशीपुर की रहने वाली हैं और उन पांच याचिकाकर्ताओं में से एक थीं जिन्होंने तीन तलाक के मुद्दे पर लड़ाई लड़ी थी। इशरत जहाँ पति ने दुबई से ही 2014 में फोन पर तीन बार ‘तलाक तलाक तलाक बोलकर उन्हें तलाक दे दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने इस साल 22 अगस्त को तीन तलाक को अमान्य ठहरा दिया था। और अब तीन तलाक के मुद्दे पर सरकार ने कानून भी बना दिया है, जिससे कि एक बार में तीन तलाक देने वाले दोषी को 3 साल की सजा भी दी जाएगी।
और अब जहाँ बीजेपी का नाम सुनते ही सारे मुस्लिम बितक जाते हैं। वहीँ अब दूसरी ओर इशरत जहाँ ने आगे बढकर बीजेपी की सदस्यता ले ली है। इशरत जहाँ ने कोलकाता से भारतीय जनता पार्टी को आज सोमवार को ज्वाइन कर लिया है। बीजेपी के पश्चिम बंगाल के जनरल सेक्रेटरी सत्यम बासू ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि इशरत बीजेपी की हावड़ा यूनिट का हिस्सा बनी हैं। भाजपा में शामिल होने के बाद इशरत जहां ने कहा कि मैं उनका समर्थन करूंगी, जो मेरी मदद करेगा। और उन्होंने आगे कहा कि मै प्रधानमंत्री मोदी जी के काम से बहुत खुश हूँ, मोदी जी पीड़ितों के पक्ष में एक महत्वपूर्ण कानून लेकर आए हैं, मैं पार्टी की महिला शाखा के साथ काम करूंगी। और साथ ही उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी कठघरे में खड़ा किया और कहा कि तीन तलाक के मुद्दे पर उन्होंने कोई भी सहयोग नहीं किया था, वो खुद एक महिला होने के बाद भी इस पर खामोश रही।