हल्द्वानी-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित कैंची धाम मंदिर विश्व का एक प्रसिद्ध मंदिर है, इस मंदिर में अभी तक दुनियां के नामचीन हस्तियाँ आ चुकी हैं। कुछ प्रमुख हस्तियों का अगर नाम लें तो एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स ने यही से आकर प्रेरणा ली और दुनिया भर में एप्पल जैसा ब्रांड खड़ा कर दिया। वहीँ पिछले साल कैंची धाम मंदिर में फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग भी यहाँ आ चुके हैं। और अब पिछले कई दशकों से सेवा कर रही सिद्धि मां और मंदिर के संस्थापक नीम करोली बाबा की उत्तराधिकारी ने पिछली 3 दिसंबर को भक्तों को अंतिम दर्शन दिए। इसके बाद वह नैनीताल स्थित तीर्थम आश्रम पहुंचीं। और अब गुरुवार को 92 वर्ष में उन्होंने अपना शरीर त्याग दिया है। नैनीताल के रहने वाले तुलाराम साह ने अल्मोड़ा निवासी सिद्धि मां के साथ दूसरा विवाह किया था। उनके दो पुत्र होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश लाल साह और योगेश साह और एक पुत्री गीता साह नैनीताल में रहते हैं, जबकि पहले विवाह से भी उनका एक पुत्र रमेश लाल साह है।
बाबा नीम करौली महाराज के देश-दुनिया में लगभग 108 आश्रम हैं। इन आश्रमों में सबसे बड़ा कैंची धाम तथा अमेरिका के न्यू मैक्सिको सिटी स्थित टाउस आश्रम है। बाबा नीम करौली महाराज की अनन्य शिष्या व उत्तराधिकारी सिद्धि मां हर माह शनिवार-मंगलवार को कैंची धाम में भक्तों को दर्शन देती थी। वरिष्ठ नागरिक केके साह बताते हैं कि पति के बाबा नीम करौली के भक्त होने के बाद वह भी बाबा भक्त बन गई और पति के निधन के बाद बाबा की सेवा के लिए उन्होंने घर परिवार का त्याग कर दिया। सिद्धि मां ने ही 1980 में ऋषिकेश में स्थित आश्रम बनवाया था।