कल आधी रात लगभग सुबह के 2.26 बजे सुबह एक बार फिर पहाड़ की धरती हिली, खासकर की पहाड़ी जिले रुद्रप्रयाग में लोग आधी रात को बदहवास होकर अपने घर से बाहर की ओर दौड पड़े। एक बार फिर भूकम्प आने से लोग दहशत में आए और इन झटकों से बचने के लिए लोग घरों से बाहर भाग निकले। भूकंप के कारण फिलहाल जानमाल के नुकसान की कोई जानकारी नहीं मिली है| आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हिमालयी क्षेत्र का हिस्सा उत्तराखंड ‘हाई सिस्मिक जोन’ में आता है यानी यहां बड़े भूकंप आने की आशंका हमेशा बनी रहती है| और पिछले काफी समय से ये भूकम्प के झटके पहाड़ी जिलों में लगातार आ रहे हैं। शायद ये आगे किसी बड़े भूकम्प आने का संकेत हो| तो इन सब से निपटने के लिए भी राज्य आपदा विभाग को हमेशा सक्रिय रहने की जरुरत है।
क्यों आता है भूकम्प
पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां पर ये प्लेट्स टकराती हैं, उसे जोन फॉल्ट लाइन कहा जाता है। इन प्लेट्स के बार-बार टकराने से उनके के कोने मुड़ते हैं। टकराव से दबाव जब ज्यादा बन जाता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। इससे धरती के नीचे की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है। इसी वजह से भूकंप आता है।