हाल में ही एक मामला सामने आया था जिसमे हल्द्वानी के एक प्रमुख ट्रांसपोर्टर ने उत्तराखंड बीजेपी के प्रमुख लोगों के सामने ही देहरादून में जहर खा लिया था, उसके बात आनन फानन ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडेय को मैक्स अस्पताल में भर्ती किया गया था और वहां दो दिन बाद उनकी मौत हो गयी थी। ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडेय ने जहर खाने का कारण GST और नोटबंदी को बताया, प्रकाश पांडेय का आरोप था कि जबसे केंद्र सरकार ने ये दोनों योजनायें लागू की थी तबसे उसका सारा धन्दा चौपट हो गया था। और अब बाकी 6 और ट्रांसपोर्टरों ने भी प्रदेश सरकार को धमकी दी है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गयी तो वो भी प्रकाश पांडेय की तरह आत्महत्या कर देंगे।
वहीँ दूसरी ओर कांग्रेस और बाकी विपक्षी दलों को प्रदेश सरकार को घरने का एक बड़ा मौका ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडेय की मौत ने दे दिया है। जिसे भुनाने के लिए गुजरात से कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी, जो की हाल में ही एक प्रमुख दलित नेता के तौर पर उभरे हैं और जेएनयू के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के अब हल्द्वानी आने की खबरें जोरों पर हैं। क्यूंकि इससे एक और पुलिस प्रशासन की मुश्किलें बड़ने वाली हैं तो वही दूसरी ओर प्रदेश सरकार भी सकते में है, क्यूंकि इस मुद्दे से आगामी चुनावों में विपक्ष को राजनैतिक बडत हासिल होना तय है। एसएसपी डा. सदानंद दाते ने इस वजह से पुलिस प्रशासन को चौकस कर दिया है।