आज भारत रत्न से सम्मानित, देश के सर्वाधिक लोकप्रिय जननेता में से एक श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म दिन है। ये पंडित कृष्ण बिहारी वाजपेयी के घर पैदा हुए थे और उत्तर प्रदेश में आगरा जिले के प्राचीन स्थान बटेश्वर के मूल निवासी थे और इनके पिताजी मध्य प्रदेश की रियासत ग्वालियर में अध्यापन कार्य करते थे। इनकी मां का नाम श्रीमती कृष्णा वाजपेयी था। 25 दिसम्बर जो कि मूलतः पूरी दुनिया में क्रिसमस डे के नाम से जाना जाता है, उस दिन गिरजाघर की घंटी के साथ साथ एक और घंटी बजी और 1924 को ग्वालियर में शिन्दे की छावनी में ब्रह्ममुहूर्त में उनका जन्म हुआ। अटल जी की बीए की शिक्षा ग्वालियर के विक्टोरिया कालेज में हुई. अपनी पढाई पूरी होने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी जी पूर्ण रूप से संघ से जुड़ गए थे।
वाजपेयी जी ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पण्डित दीनदयाल उपाध्याय के निर्देशन में राजनीति का पहला पाठ पढ़ा. साल 1955 में उन्होंने पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा, पर वो अपनी सीट हार गए। वाजपेयी जी भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्य थे। मोरारजी देसाई की सरकार में वह 1977 से 1979 तक भारत के विदेश मंत्री रहे और विदेशों में भारत की छवि को इन्होने बहुत बढाया भी. इसके बाद सन् 1996 में प्रधानमंत्री के रूप में देश की पहली बार बागडोर संभालने का मोका अटल बिहारी वाजपेयी जी को मिला। इन्ही के शासनकाल में भारत ने 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण किया और पूरे विश्व में भारत की ताकत का एहशास कराया| इन्ही के एक एक निश्चय के कारण श्री अब्दुल कलाम देश के राष्ट्रपति बन पाए। और अभी तक वाजपेयी जी के पास सबसे लम्बे समय तक गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री रहने का रिकॉर्ड कायम है।
और अगर उत्तराखंड के नजरिये से देखें तो सन 2000 में नए उत्तराखंड राज्य की स्थापना 9 नवम्बर 2000 को हो पायी। उत्तराखंड के साथ साथ ही 2000 में वाजपेयी जी ने झारखण्ड और छत्तीसगढ़ राज्यों की भी स्थापना की थी। देश और दुनिया के लिए उनके जबरदस्त नेत्रित्व के बाद साल 2015 में वाजपेयी जी को भारत रत्न दिया गया। और आज वो 93 साल के हो गए हैं| हम भगवान से उनके दीर्घायु होने के कामना करते है।