उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने आज यानी 13 जून को देहरादून स्थित सचिवालय में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली है। इस महत्वपूर्ण बैठक में सबसे ख़ास बात जो निकलकर सामने आयी है वह ये कि विभिन्न विद्यालयों में रिक्त चल रहे पदों को भरने के संबंध में निर्णय लिया गया। आपको बता दें पहले ये पद गेस्ट टीचर के रूप में भरे जाते थे, लेकिन कोर्ट से इस पर रोक लगाने के बाद अब इन पदों को वॉक इन इंटरव्यू के जरिये अस्थायी तौर पर भरने का निर्णय लिया गया है।
उत्तराखंड के विद्यालयों में रिक्त पड़े एलटी और प्रवक्ता के लगभग 4000 पदों को भरने के लिए प्रदेश सरकार अब वॉक इन इंटरव्यू के जरिये अस्थायी तौर पर ब्यवस्था करने जा रही है। नियमित भर्ती के जरिये शिक्षक मिलने तक अगले शैक्षणिक सत्र से पहले अस्थायी तौर इन शिक्षकों की भर्ती प्रधानाचार्य व स्कूल मैनेजमेंट कमेटी (एसएमसी) के जरिये की जाएगी।
इसमें स्थानीयता को विशेष महत्व दिया जाएगा जिसका मतलब है कि अगर उम्मीदवार पात्रता पूरी करता है तो उसे वरीयता दी जायेगी। इसके अलावा सरकार नियमित भर्ती में अब टीइटी पास पुराने बीएड धारकों को वरिष्ठता के आधार पर नियुक्ति देने के पक्ष में है। इसके लिए जल्द ही यह मसला कैबिनेट में लाया जाएगा। इन शिक्षकों को 15 हजार रुपये प्रति माह मानदेय दिया जाएगा। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने सचिव को इस संबंध में जल्द प्रस्ताव बनाकर न्याय विभाग से इसका परीक्षण कराने के निर्देश दिए ताकि भविष्य में किसी तरह की कानूनी अड़चन न आए।