उत्तराखंड में सिस्टम किस तरह से सोया हुआ है इसकी बानगी जाननी हो तो आप चले आइये चमोली जिले के सुभाई भविष्यबदरी गाँव में। यहाँ पूरा मामला ये है कि लगभग 10 दिन पहले इस गाँव में जो ट्रांसफार्मर काम कर रहा था वो ख़राब हो गया था। जिसके बाद कुछ दिन तो पूरे गाँव ने अँधेरे में ही गुजार दिए। इसके बाद जब गाँव वालों ने लगातार जब ऊर्जा निगम पर दबाव बनाया तो उर्जा विभाग ने ट्रांसफार्मर तो गाँव वालों के लिए दे दिया लेकिन अब असली समस्या यहाँ ये थी कि सुभाई भविष्यबदरी गाँव सड़क से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
विभाग के ठेकेदार ने उस ट्रांसफार्मर को सड़क से 200 मीटर दूर रखकर अपने कार्य का समापन कर दिया। अब इसके बाद समस्या यह थी कि कैसे इतने भारी भरकम ट्रांसफार्मर को 6 किमी दूर तक ले जाया जाए। इसके बाद फिर गाँव वाले लगातार ऊर्जा विभाग से समपर्क करते रहे लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं था। जिसके बाद गाँव वालों ने ये निश्चय किया कि वो खुद ही इस काम को पूरा करेंगे।
इसके बाद गांव के करीब 35 लोग एकत्र हुए और ट्रांसफार्मर को डंडों से बांधकर एक ही दिन में गांव तक पहुंचा दिया। छह किमी का यह पूरा रास्ता बर्फ से पटे होने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। ट्रांसफार्मर गांव में पहुंचने के बाद निगम ने गांव में बिजली आपूर्ति सुचारु कर दी है।