बॉलीवुड के स्टार अभिनेता संजय दत्त किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं अपने जमाने के वो सबसे बड़े स्टारों में से एक रहे हैं और वो सिलसिला आजतक भी चला आ रहा है, हाल में ही उन पर बनायी गयी बायोपिक ‘संजू’ इस साल के सबसे बड़ी हिट फिल्म रही है जहाँ उनका किरदार निभाया था आजकल के सुपरस्टार अभिनेता रणबीर कपूर ने। इस फिल्म में दर्शकों को संजय दत्त से जुडी हुई तमाम चीजों के बारे में पता चला था जिसमें उनके जीवन की सबसे प्रमुख कड़ियों में नशा भी एक कड़ी थी कि कैसे वो नशे की गिरफ्त में आते हैं और कैसे वो अंत में इससे छुटकारा पाते हैं।
संजय दत्त अब चाहते हैं कि वो नशे के खिलाफ पूरे देशभर में एक नयी अलख जगायें और वो चाहते हैं कि इसकी शुरुआत देवभूमि उत्तराखंड से की जाए, इसके बाद संजय दत्त के इस निर्णय से उत्तराखंड सरकार भी उत्साहित है और वो उनकी अच्छी नीयत की भी प्रशंसा कर रही है। प्रदेश सरकार अब चाहती है कि संजय दत्त को नशे के खिलाफ अभियान में उत्तराखंड का ब्रांड एम्बेसडर बनाया जाए क्यूंकि पिछले कुछ सालों से देवभूमि में युवा तेजी से नशे के चुंगल में आ रहे हैं और खासकर कॉलेज और अन्य संस्थानों के युवक तो आये दिन इसमें संलिप्त पाए जा रहे हैं पुलिस भी इनके खिलाफ छोटा सा अभियान चलाकर मामले को समाप्त कर देती है।
हाल में ही जब हिमांचल प्रदेश में विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों की भी बैठक हुई थी तब भी ये मुद्दा छाया रहा था की किस तरह से उत्तराखंड नशे के कारोबारियों के लिए सॉफ्ट टारगेट बनता जा रहा है। अब इसे बॉलीवुड की उत्तराखंड में धीरे-धीरे बढ़ने वाली रूचि कहैं या कुछ और पर हर कोई अब देवभूमि से किसी न किसी तरह जुड़ना चाहता है और उसी में नया नाम है संजय दत्त का जो खुद ही इस पहल को लेकर आगे आये हैं। उत्तराखंड सरकार भी ये शानदार मौका अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहेगी क्यूंकि संजय दत्त में युवाओं की बहुत रूचि है और अगर वो नशे जैसे सामजिक बुराई के अभियान से जुड़ जाते हैं तो इससे युवाओं को जागरूक होने में जरुर मदद मिलेगी।