उत्तराखंड यानी देवभूमि क्यूंकि यहाँ कण-कण में भगवान का वास है ऐसा माना जाता है और यहाँ इतने तीर्थ और धाम हैं कि जितना दुनियां में कहीं और मिलना नामुमकिन है। समय समय पर यहाँ नयी-नयी चीजें भी निकलकर सामने आती रहती हैं जिससे ये पता चलता है कि देवभूमि का इतिहास कितना पुराना है। इसी कड़ी में एक नयी जानकारी हाथ लगी है और वह ये कि देहरादून के चकराता तहसील क्षेत्र के खारसी गांव में सड़क कटिंग कार्य के दौरान एक गुफा मिली है। बताया जा रहा है कि गुफा में एक शिवलिंग है, जिस पर 24 घंटे पानी टपकता रहता है।
आसपास के गांव सेके लोग शिवलिंग के दर्शन करने गुफा में पहुंच रहे हैं। पुरातत्व विभाग जल्द ही इस गुफा का सर्वे करने जा रहा है। आपको बता दें दो दिन पहले सड़क कटिंग के दौरान अचानक पहाड़ी से एक बड़ा पत्थर निकल आया था। इसके बाद जब इस पत्थर को काटा गया तो पीछे एक गुफा मौजूद थी। स्थानीय लोगों और सड़क कटिंग के काम में लगे मजदूरों ने गुफा के अंदर जाकर देखा तो वहां एक शिवलिंग था और उसपर लगातार पानी टपक रहा था।
इसके साथ ही शिवलिंग के ऊपर पानी लगातार गिरने से चट्टान पर फूल नुमा आकृति भी उभरी हुई है। गुफा मिलने के बाद से ही लोगों ने यहां पर पूजा-अर्चना शुरू कर दी है। शिवलिंग के ठीक बगल में ही बैल नुमा एक आकृति भी नजर आ रही है। लोनिवि ने फिलहाल गुफा के आसपास के क्षेत्र में निर्माण कार्य को रोक दिया है। पुरातत्व विभाग के अधीक्षण पुरातत्वविद् आरके पटेल ने कहा कि मीडिया के माध्यम से ही ऐसी जानकारी मिली है। जल्द ही टीम को गांव में भेज गुफा का सर्वेक्षण किया जाएगा। गुफा यदि पुरातत्व महत्व की प्रतीत हुई तो उसका संरक्षण भी किया जाएगा।