बात है 8 जनवरी की जब पाकिस्तान से लगी सीमा पर उत्तराखंड का जवान राजेन्द्र सिंह बर्फ में फसल गया था। और तबसे लेकर अब तक उनके बारे में कोई भी सूचना नहीं है। पिछले पांच दिन से लापता हवलदार राजेंद्र सिंह के घर में सन्नाटा पसरा हुआ है। पत्नी, बच्चे और माता-पिता भूखे-प्यासे टकटकी लगाए गेट की ओर निहार रहे हैं। फोन की घंटी बजते ही अचानक सभी के चेहरों के भाव भी बदल जाते हैं। लेकिन, कुछ ही पलों में फिर वही सन्नाटा छा जाता है। घर में लोगों का तांता लगा हुआ है, लेकिन कोई कुछ कहने की स्थिति में नहीं।
हवलदार राजेंद्र सिंह यूनिट की ओर से बस एक ही जवाब मिल रहा है कि खोजबीन चल रही है। बताया जा रहा है लगातार बर्फबारी होने के कारण सर्च अभियान में भी बाधा आ रही है। पाक की तरफ से दिन में हो रही लगातार गोलाबारी के कारण सर्च ऑपरेशन भी रात को चलाया जा रहा है। जैसे-जैसे दिन बीतते जा रहे हैं। परिजनों की चिंता भी बढ़ने लगी है। परिजन लगातार उनकी सलामती की दुआ मांग रहे हैं और एक सलामती के लिए एक फोन कॉल का इंतजार कर रहे हैं।
राजेंद्र सिंह सेना की 11वीं गढ़वाल राइफल्स का जवान राजेंद्र गत आठ जनवरी से लापता हैं। वर्तमान में उनकी तैनाती जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग अनंतनाग फारवर्ड पोस्ट पर थी। आठ फरवरी को पोस्ट के पास एवलांच आया था। जिसकी चपेट में आने से वह पाक सीमा की तरफ गिर गए थे। सेना के जवान तब से लेकर लगातार रेस्क्यू अभियान चला रहे हैं, लेकिन अभी तक राजेंद्र का पता नहीं चल पाया है| परिजनों ने केंद्र सरकार और रक्षा मंत्री से अपील की है कि पाकिस्तान के साथ डीजीएमओ स्तर की बातचीत कर दिन के समय सर्च अभियान चलाए।