आज यानी 9 जून 2018 को देहरादून के इन्डियन मिलट्री एकेडमी यानी आईएमए में पासिंग आउट परेड थी, इस अवसर पर भारत के लिए 383 जांबाज पासआउट होकर भारतीय सेना का हिस्सा बन गए वहीँ मित्र देशों के भी 74 विदेशी जेंटलमैन कैडेट्स ने पासआउट होकर अपने देश की सेनाओं में कमीशन हासिल कर लिया है। आज तडके सुबह 6 बजकर 35 मिनट पर मार्कर्स कॉल के साथ पासिंग आउट परेड का आगाज किया गया इस भव्य आयोजन पर नेपाल के आर्मी चीफ राजेन्द्र छेत्री मुख्य अतिथि थे। इस दौरान कैडेट्स ने शानदार मार्चपास्ट का आयोजन किया जिसमें नये सेन्य अफसर बनने जा रहे युवाओं का जज्बा देखने लायक था, युवा सैन्य अधिकारियों ने जैसे ही अंतिम पग भरा आसमान से हेलीकॉप्टरों के जरिये उन पर पुष्प वर्षा की गयी।
एक और ख़ास बात यहाँ उत्तराखंड के लिए भी रही क्यूंकि यहाँ के बहुत सारे युवा नये सेन्य अफसर बनकर देश की बागडोर संभालेंगे, उत्तराखंड को वेसे भी वीरों की भूमि कहा जाता है और यहाँ के युवाओं का हमेशा से ही भारतीय सेना ज्वाइन करना सपना रहा है और वेसे भी इस वक्त भारतीय सेना के प्रमुख भी उत्तराखंड मूल के जनरल बिपिन रावत ही हैं। यहाँ एक और आंकड़ा दिलचस्प है कि जनसँख्या के हिसाब से अगर बात की जाए तो उत्तराखंड के सबसे अधिक युवा इस बार पासिंग आउट परेड का हिस्सा बने। जहाँ एक ओर उत्तरप्रदेश के 63 युवा, हरियाणा के 49 युवा, बिहार के 35 युवा इस पासिंग आउट परेड का हिस्सा थे वहीँ उत्तराखंड के 33 युवा भी पीओपी का हिस्सा बने। जनसंख्या के लिहाज से देखा जाए तो जहाँ उत्तरप्रदेश, हरियाणा, बिहार देश के बहुत बड़े राज्य हैं वहीँ अपना उत्तराखंड इस लिहाज से बहुत ही छोटा है और इस छोटे से प्रदेश से 33 युवा अफसर निकलना पूरे उत्तराखंड के लिए गर्व की बात है।