उत्तराखंड के ऊंचाई वाले हिमालयी क्षेत्रों में पिछले तीन दिनों से जमकर बर्फबारी होने तथा निचले इलाकों में वर्षा होने से प्रदेश में ठंड एकदम से बढ़ गई है। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, चोपता, औली, हेमकुंड साहिब, मुनस्यारी सहित प्रदेश के गढ़वाल और कुमांउ दोनों क्षेत्रों के उंचाई वाले इलाकों में जमकर बर्फबारी हुई और चोटियों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली। प्रदेश के निचले इलाकों में भी रुक-रुक कर बारिश आज भी जारी रही जिससे मौसम सर्द हो गया। मौसम के मिजाज में आयी इस तब्दीली से प्रदेश में ठंड बढ़ गई है।
औली और चोपता में बर्फबारी होने के साथ ही यहां पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। बुधवार को यहां पहुंचे पर्यटकों ने बर्फबारी का जमकर लुत्फ उठाया। औली में बर्फबारी से स्थानीय व्यापारियों के चेहरे भी खिल उठे हैं। औली के पर्यटन व्यवसायी इस पर कह रहे हैं कि बर्फबारी पर्यटकों को आकर्षित करेगी, जिससे स्थानीय व्यवसायियों को भी लाभ होगा। स्कीइंग से जुड़े खिलाड़ियों में भी उत्साह है। इस बार नवंबर में बर्फबारी होने से उम्मीद जगी है कि आने वाले दिनों में यहां पर्यटकों की आमद तेजी से बढ़ेगी।
एक तरफ पर्यटन व्यवसायी खुश हैं तो वहीँ दूसरी तरफ भारी बर्फबारी के चलते गंगोत्री हाईवे पर भैरोंघाटी से आगे वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। प्रशासन ने मौसम के रुख को देखते हुए संबंधित विभागों को अलर्ट रहने के निर्देश जारी किए हैं। यहां बीआरओ के जवान बर्फ हटाकर यातायात बहाली के प्रयास में जुटे हुए हैं। यमुनोत्री के शीतकालीन पड़ाव खरसाली गांव सहित आसपास के क्षेत्रों में सीजन का पहला हिमपात हुआ है। जबकि यमुनोत्री धाम क्षेत्र में लगातार बर्फबारी के चलते यहां आधा फिट से अधिक बर्फ की चादर बिछ गई है। केदारनाथ में भी भगवान भोलेनाथ ने बाबा बर्फानी का रूप ले लिए है यहाँ भी जमकर बर्फबारी हो रही है।