ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर इन पिछले कुछ समय से प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट चारधाम परियोजना के तहत सड़क चौड़ीकरण का काम किया जा रहा है। कार्य के दौरान पूरे गढ़वाल में कई नए भूस्खलन जोन उभरकर सामने आये हैं, जिससे हाईवे बार-बार बाधित होता जा रहा है। गुरुवार को हाईवे चौड़ीकरण कार्य के दौरान शाम 4:50 बजे अचानक इस एक बड़ी चट्टान खिसककर हाईवे को तबाह करते हुए नंदप्रयाग देबखाल मोटर मार्ग तक खिसक गई है।
चमोली जिले में नंदप्रयाग के पास भारी भूस्खलन से 50 मीटर हाईवे पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। भूस्खलन से पांच भवन, एक ट्रक, एक कार, एनएच की जेसीबी मशीन मलबे में दबी है, हालांकि अच्छी खबर यह है कि कोई भी जनहानि नहीं हुई। भवनों में रह रहे लोग व राहगीरों ने इस दौरान भागकर अपनी जान बचायी। हाईवे के दो दिनों तक बंद रहने की संभावना जताते हुए पुलिस ने चमोली व कर्णप्रयाग से रूट पोखरी के लिए रास्ता डाइवर्ट कर दिया है।
आपको बता दें ये पूरी घटना तब हुई जब ऑलवेदर रोड के तहत बृहस्पतिवार शाम करीब पांच बजे नगर पंचायत नंदप्रयाग के झूलाबगड़ वार्ड के पास पहाड़ी से कटिंग की जा रही थी, कि तभी पहाड़ी से भूस्खलन हो गया। मलबा आने से पहले ही खतरे को भांपते हुए लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई। भूस्खलन के दौरान झूलाबगड़ नंदप्रयाग में अफरातफरी का माहौल रहा। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी ने कहा कि भूस्खलन में कोई हताहत नहीं हुआ है। क्षतिग्रस्त भवनों को खाली कर प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।