कैप्टन वर्तिका जोशी आज इस नाम से पूरा उत्तराखंड और हिंदुस्तान वाकिफ है, ये वही वर्तिका जोशी हैं जिन्होंने आइअनएसवी तारिणी से भारतीय नौसेना का नेत्रित्व करते हुए सागर को जीत लिया था। देशभर में पिछले कुछ समय से कैप्टन वर्तिका जोशी और उनकी टीम को सम्मान मिल रहा है इसी सिलसिले में पिछले दिनों इस टीम को भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तेनजिंग अवार्ड भी प्रदान किया था। पर इस बार एक ऐसा अवसर वर्तिका जोशी के हाथ लगा जिसका वो और उनके पिता बचपन से सपना देखते थे और वो था कौन बनेगा करोड़पति में जाकर उसकी हॉट सीट पर महानायक अमिताभ बच्चन के सामने बैठना।
भले ही कैप्टन वर्तिका जोशी के पिता हॉट सीट पर न बैठ पायें हों पर उनकी बेटी वहां पर अपने साथियों के साथ हॉट सीट पर बैठी हुई थी और उसके पास ही वर्तिका जोशी के पिता बैठकर ये शो देख रहे थे। इस शो के दौरान अमिताभ बच्चन ने कैप्टन वर्तिका जोशी और उनकी टीम से ‘आइअनएसवी तारिणी’ की चुनोतियों के बारे में पूछा और इस दौरान जब टीम ने सफ़र की पूरी कहानी बतायी तो अमिताभ बच्चन ने उन सबकी दिल खोल कर प्रशंसा की और पूरे सफ़र को बड़ा प्रेरणादायक बताया। शूटिंग के दौरान कैप्टन वर्तिका जोशी की टीम ने जो भी धनराशि जीती है वो पूरी इन्डियन नेवी बेनेवायलेंट एसोसिएशन(आइअनबीए) को दी में दी जायेगी। आपको बता दें कि नेवी की ये संस्था शहीद सैनिकों की वीरांगनाओं और उनके बच्चों की मदद के लिए काम करती है।
कैप्टन वर्तिका जोशी मूल रूप से पौड़ी जिले की रहने वाली हैं इनके पिता प्रो. पीके जोशी श्रीनगर गढ़वाल स्थित विश्वविद्यालय में शिक्षक हैं तो वहीँ माता अल्पना जोशी भी ऋषिकेश महाविद्यालय में शिक्षक हैं। वर्तिका जोशी का बचपन से ही सपना था भारतीय सेना को ज्वाइन करने का इसके बाद उन्होंने इन्डियन नेवी ज्वाइन की और इनके नेत्रित्व में कुछ समय पहले 6 महिला अफसर सागर को जीतने के लिए 254 दिनों के सफर पर निकल पड़ी थीं। अपने इस सफ़र के दौरान उन्होंने तीन महासागर, चार महाद्वीप और पांच देशों का सफर पूरा करके भारत का नाम पूरी दुनियां में रोशन किया था।