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भारत के लोगों के लिए आंखें खोलने वाली हैं पाकिस्तान से हरिद्वार आये हिन्दू लोगों की ये बातें

देश में इस समय सबसे विवादित कोई मुद्दा है तो वो है CAA, जिसके लागू होने के बाद से पूरे देशभर में दो तरह के विचार सामने आ रहे हैं। जहाँ कुछ लोग इसका समर्थन कर रहे हैं वहीँ कुछ लोग इसका विरोध। और अब प्रमुख समाचार पत्र ‘हिंदुस्तान’ ने यहाँ एक चोंकाने वाला खुलासा किया है जिसे पढ़कर आप भी कुछ देर सोचने के लिए मजबूर हो जायेंगे।

दरसल हर साल पाकिस्तान से हजारों हिन्दू श्रद्धालु भारत घूमने आते रहते हैं। ऐसे ही कुछ लोग देवभूमि उत्तराखंड के हरिद्वार आये हुए हैं। जहाँ उन्होंने कुछ ऐसी बातें कही हैं जो आपको जरुर जाननी चाहिए। सीएए के सवाल पर उन्होंने इसे केवल सियासत का खेल करार दिया है। सभी श्रद्धालुओं ने कहा कि वे पाक में बहुत खुश हैं। उन्हें वहां कोई परेशानी नहीं है, सीएए केवल सियासत का खेल प्रतीत होता है। हमें इससे कोई लेना-देना नहीं है। जत्थे में शामिल बुजुर्ग से लेकर बच्चों तक की जुबां पर सिर्फ एक ही बात थी, कि पाकिस्तान से भारत में गंगा दर्शन और तीर्थ यात्रा के लिए आने के लिए ऑन अराइवल वीजा दिया जाए।

उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान में हिंदू परिवारों के शोषण की बात निराधार है। पाकिस्तान बनने के बाद से हमारे परिवार वहां रहते चले आ रहे हैं। सभी धर्म के लोग एक जैसे नहीं होते। सभी साथ में रहकर एक दूसरे के त्योहार और पारिवारिक समारोह में शामिल होते हैं। महज कुछ लोग सियासत के कारण आपसी रिश्तों में जहर घोलने का काम करते हैं।

हिंदुओं के शोषण जैसी कोई बात आज तक हमारे शहर में किसी के साथ नहीं हुई है। बस केवल इतना जरूर है भारत में जैसे त्योहार की धूम सड़कों पर भी देखने को मिल जाती है, वैसे वहां नहीं मना पाते। फोर्स को छोड़कर सभी विभागों में हिंदुओं को नौकरी भी दी जाती है। –मुकेश शंकर, पाकिस्तानी श्रद्धालु

किसी को कोई परेशानी नहीं है। सभी खुशी के साथ वहां रह रहे हैं। बस केवल अगर परेशानी है तो सिर्फ भारत आने में वीजा को लेकर है। भारत के लिए वीजा में बहुत ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ती है। तब जाकर कहीं यहां के लिए वीजा मिल पाता है। –कांता मोहन लाल, पाकिस्तानी श्रद्धालु

हम लोग गंगा स्नान और तीर्थ स्थलों के दर्शन करने आए हैं। गुजरात में हमारे पुरखे हैं, लेकिन वहां के लिए अनुमति नहीं मिल पाई। यहां आकर काफी अच्छा लगा है। लेकिन पाक हमारी जन्म और कर्म भूमि है। हम सब वहां खुश है। यहां की नागरिकता लेने जैसा हमारे मन में कोई ख्याल नहीं है। –श्याम, पाकिस्तानी श्रद्धालु

वर्ष 2013 में एक बार भारत आए थे। दूसरी बार यहां के दर्शन करने का सौभाग्य मिला है। जत्थे में शामिल सभी लोग पहली बार भारत आए हैं। पाकिस्तान में हिंदुओं के शोषण जैसी कोई बात तो आज तक हमारे साथ नहीं हुई है।  इसलिए इस बारे में कुछ नहीं बोल सकते। –शंकर हीरा, पाकिस्तानी श्रद्धालु

वीजा के लिए आवेदन करने में एजेंटों का सहारा लेना पड़ता है। जिसमें बहुत ज्यादा पैसे खर्च हो जाते हैं। जबकि एक परिवार के सभी सदस्यों को वीजा ही नहीं मिलता है। सरकार को भारत आने के लिए बिना किसी हस्तक्षेप के हम लोगों को वीजा देना चाहिए। –नीलम सोलंकी, पाकिस्तानी श्रद्धालु


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