पति की लंबी उम्र के लिए रखे जाने वाले करवाचौथ का व्रत इसबार महासंयोग लेकर आ रहा है। इस करवाचौथ पर 70 सालों बाद पहली बार रोहिणी नक्षत्र का योग बन रहा है। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक इस बार व्रत रखने की समय अवधि 13 घंटे 56 मिनट है। इस बार करवाचौथ इसलिए भी विशेष है, क्योंकि इस बार रोहिणी नक्षत्र के साथ मंगलयोग बन रहा है। जो दांपत्य जीवन के लिए मंगलकारी सिद्ध होगा।
पति की लम्बी उम्र के लिए करवाचौथ का व्रत रखने वाली सुहागिनें शाम 5 बजकर 50 मिनट से 07 बजकर 06 मिनट तक पूजन कर सकती हैं। ज्योतिषाचार्यों ने बताया की 17 अक्टूबर की सुबह 6:48 पर चतुर्थी तिथि लग रही है। यह तिथि अगले दिन 18 अक्टूबर सुबह 7:29 तक रहेगी। चांद का दीदार रात 8:18 बजे होगा।
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सिद्धपीठ डाट काली मंदिर के महंत रमन प्रसाद गोस्वामी ने बताया कि करवाचौथ पर विधि-विधान से पूजा करने से लाभ मिलता है। व्रती महिलाएं लाल वस्त्र पहनकर शाम को करवाचौथ व्रत की कथा सुनें। इसके बाद भगवान श्री गणेश, शिव शंकर, मां गौरी की पूजा करें। भगवान गणेश को लड्डू का भोग लगाकर पुष्प अर्पित करें। चंद्रमा को अर्घ्य देकर पूजा करें। पति के हाथों पानी पीकर व्रत खोलें और उसके बाद अपने पति और बड़ों का आशीर्वाद लें।
पडित जी ने यह भी बताया की इस बात का जरूर ध्यान रखें कि पूजा की थाली में आटे का दीया, छलनी, फल, ड्राईफ्रूट, मिठाई और दो पानी के लोटे होने चाहिए। एक लोटे से चंद्रमा को अर्घ्य दें और दूसरे लोटे के पानी से व्रत खोलें। ध्यान रहे कि पूजा की थाली में माचिस न रखें।
करवाचौथ के मौके पर दो दिन पहले से ही बाजार में रौनक देखने को मिल रही है। बाजारों में महिलाओं के लिए ढेर सारे ऑफर्स निकाले गए हैं। मेहंदी लगाने वालों ने दाम बढ़ा दिए हैं। लेकिन पति की उम्र के लिए रखे जाने वाले व्रत क लिए महिलाएं मेहँदी लगा रही है, खरीदारी कर रही है। जिससे पूरा दिन दुकानों पर महिलाओं की भीड़ लग रही है।