इस वक्त रुद्रप्रयाग जिले में 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक भगवान केदारनाथ में कड़ाके की ठण्ड पड़ रही है। 2013 की भीषण आपदा के बाद वहाँ इस समय पुनर्निर्माण कार्य बहूत ही तेजी से चल रहा है, जिमसे सीधे तोर पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी नजर बनाये हुए हैं। प्रधानमंत्री कार्यलय वहां हो रहे पुनर्निर्माण कार्यो की हर दिन की खबर लेता रहता है और केंद्र की तरफ से इसमें सीधे दखल की वजह से मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद सिंह रावत और रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी श्री मंगेश घिल्डियाल जी भी केदरनाथ बार बार जाते रहे हैं ताकि वहां तेजी से काम हो सके।
केदारनाथ में हो रही इस जबरदस्त ठण्ड की वजह से ऐसे मौसम में वहां काम करने वाले श्रमिकों की हालत खस्ता हो गयी है, और इनका कहना है कि ऐसे मौसम में यहाँ काम करना असंभव है। जिसकी वजह से कल गुरुवार को इनमे से कुछ श्रमिकों ने वापस सोनप्रयाग का रुख कर लिया है और कुछ ने केदारनाथ से 6 किमी निचे लिन्चोली में श्रण ले ली है। वहीँ जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल जी ने बताया है कि जेसे ही मौसम अनुकूल होगा ये श्रमिक पुनः दुबारा केदारनाथ चले जायेंगे।
इस वक्त राज्य सरकार का पूरा ध्यान इस बात पे है कि इस शीतकाल में वंहा हो रहे सारे पुनर्निर्माण कार्य पूरे हो जाएँ ताकि अगले यात्रा सीजन में यात्रियों को एक नयी केदारपुरी के दर्शन हो सकें। पर इन दिनों केदरनाथ में तापमान 0 से निचे माइनस 5 डिग्री चल रहा है, जिसकी वजह से इन कार्यों में खासा दखल हो रहा है। ऐसे में देखना होगा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने जो लक्ष्य निर्धारित किये हैं वो पूरे होते हैं या नहीं।