उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के गंगोत्री ग्लेशियर क्षेत्र के पास भारी भूस्खलन की वजह से नई झील के निर्माण का अंदेशा लगाया जा रहा है। इसके चलते यहाँ स्पेशलिस्ट टीम जिसमें स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (एसडीआरएफ), नेहरू इंस्टिट्यूट ऑफ माउंटेनयरिंग ऐंड फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के लोग शामिल हुए हैं, इन लोगों को प्रभावित क्षेत्र में जाकर जांच करने के लिए कहा गया है। यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि भूस्खलन की वजह वहां फ्रेश वॉटर बॉडी का निर्माण हो गया है जो ग्लेशियर पर असर डाल सकता है।
मौसम विभाग की चेतावनी के बाद और क्षेत्र में हो रही लगातार बर्फबारी के चलते टीम देर रात को गंगोत्री से लौट आई थी। वहीं पुनः बुधवार को जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान के निर्देश पर एक बार फिर टीम पूरे साजो सामान के साथ गोमुख क्षेत्र के लिए रवाना हो गई है। आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल से जब बात हुई तो उन्होंने बताया कि टीम को नेहरू पर्वतरोहण संस्थान से माउंटेन सामग्री, जूते, कपड़े, सैटेलाइट फोन, वायरलैस, सहित खाने की की पूरी सामाग्री के साथ दुबारा वहां भेजा गया है। वहां पहुँच कर टीम गोमुख ग्लेशियर तथा भागीरथी नदी की वास्तविक स्थिति तथा जलस्तर की रिपार्ट भी प्रशासन को देगी।